हमर अनहरिया के चान अहीं त छी
एहि टूटल मडैय्या के मान अहीं त छी
बखारी त छैक लोक के देखबय लेल
एहि नीपल बखारी के धान अहीं त छी
जमाना बिनू सुनने खाली बजैत छैक
हमर गीत सुनबा ले कान अहीं त छी
भोजन मे नौतिमना होएक या मिस्टान्न
हमर हसैत मुहक पान अहीं त छी
घमाएल होएक वा ठिठुरैत शरीर
आई हमर मुरेठा के शान अहीं त छी
----वर्ण - १५ ----
- मुखपृष्ठ
- अनचिन्हार आखरक परिचय
- गजल शास्त्र आलेख
- हिंदी फिल्मी गीतमे बहर
- भजनपर गजलक प्रभाव
- अन्य भारतीय भाषाक गजलमे बहर
- समीक्षा/आलोचना/समालोचना
- गजल सम्मान
- गजलकार परिचय शृखंला
- गजलसँ संबंधित आडियो/वीडियो
- विश्व गजलकार परिचय शृखंला
- छंद शास्त्र
- कापीराइट सूचना
- अपने एना अपने मूँह
- गजलक इस्कूल
- गजलकार
- अर्चा-चर्चा-परिचर्चा
- आन-लाइन मोशायरा
- आशीष अनचिन्हारक रचना संसार
- मैथिली गजलसँ संबंधित आन लिंक, पन्ना ओ सामग्री
- Maithili Ghazal Books Download
- शेर जे सभ दिन शेर रहतै
बुधवार, 21 दिसंबर 2011
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें