ज्ञानी नहि हम किछु जानी नहि
अल्प वुद्धि किछु पहचानी नहि
हम छी मैथिल मिथिला हमर
मिथिला छोरि क ' किछु मानी नहि
इतिहास भूगोल सँ अनभिक
राजनीती किछु पहचानी नहि
कविता-गजल कए ज्ञान नहि
गद्य-पद्य विधा हम जानी नहि
मोनक भाब राखि कागज पर
लेखन कलाकेँ हम ज्ञानी नहि
(सरल वार्णिक बहर, वर्ण-१२)
जगदानन्द झा 'मनु' : गजल संख्या-४
अल्प वुद्धि किछु पहचानी नहि
हम छी मैथिल मिथिला हमर
मिथिला छोरि क ' किछु मानी नहि
इतिहास भूगोल सँ अनभिक
राजनीती किछु पहचानी नहि
कविता-गजल कए ज्ञान नहि
गद्य-पद्य विधा हम जानी नहि
मोनक भाब राखि कागज पर
लेखन कलाकेँ हम ज्ञानी नहि
(सरल वार्णिक बहर, वर्ण-१२)
जगदानन्द झा 'मनु' : गजल संख्या-४
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