खेत हो कि छौंड़ी पटा लिअ
पेट हो कि जिनगी सजा लिअ
प्रेम लेल माथो झुका लिअ
बेर पर तँ गरदनि कटा लिअ
हाथ जोड़ि कहलक इ मछरी
धार हो कि मोइन बचा लिअ
बेर-बेर सरकार तोड़ू
आ अपन इमानो बचा लिअ
देखबे करत ओ अहाँकेँ
दाइ अपन घोघ तँ उठा लिअ
दीर्घ-ह्रस्व-दीर्घ +ह्रस्व-दीर्घ-दीर्घ+ ह्रस्व-दीर्घ-दीर्घ मने फाइलुन-फऊलुन-फऊलुन केर हरेक पाँतिमे प्रयोग
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