शनिवार, 3 दिसंबर 2011

गजल

काश अहां के बिसरा सकितहु अहां क कहला पर
नाम स्विच जेका मिझा सकितहु अहां क कहला पर

बियाह जे करितहु अनका से जहां क कहला पर
की अपना के माफ़ क सकितहु अहां क कहला पर

चिट्ठी त सबटा जरा देलहु अहां क कहला पर
गप एको टा नहि बसरलहू अहां क कहला पर

मयखाना जेनाइ छोडि देलहु अहां क कहला पर
आब घर बैसि पीब लगलहू अहां क कहला पर

कननाइ त हम छोडि देलहु अहां क कहला पर
आब जिनगी काटय लगलहू अहां क कहला पर

----वर्ण २० ---

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों