शुक्रवार, 1 जून 2012

गजल

प्रस्तुत अछि मुन्ना जीक गजल-----




हमरा तँ सुख भेटैए गजलक गाँतीमे
ओहिना जेना जाड़मे गर्मी भेटए गाँतीमे


बगए-बानिसँ बुझू जे नन्हकिरबा लागै
अपन सभटा दाढ़ी ताकी नन्हकी नातीमे

दारू-दरबार लगा रही निसाँमे मातल
हम बखानी सत्य सभटा उठल आँतीमे+

अप्पनकेँ तँ दूर हटा कए सही रंगदारी
रंगदारक लेल धार चढ़ेलौ दराँतीमे

आखर-----16


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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों