गंगेश गुंजन 1942 जन्मस्थान- पिलखबाड़,मधुबनी।श्रीगंगेश गुंजन मैथिलीक प्रथम चौबटिया नाटक बुधिबधियाक लेखक छथि आ हिनका उचितवक्ता(कथा संग्रह)क लेल साहित्य अकादमी पुरस्कार भेटल छन्हि। एकर अतिरिक्त्त मैथिलीमे हम एकटा मिथ्या परिचय, लोकसुनू (कविता संग्रह), अन्हार-इजोत (कथा संग्रह), पहिल लोक (उपन्यास),आइ भोर (नाटक)दुखक दुपहरियामे (गजल सन किछु) प्रकाशित।हिन्दीमे मिथिलांचल की लोककथाएँ, मणिपद्मक नैका- बनिजाराक मैथिलीसँ हिन्दी अनुवाद आ शब्द तैयार है (कविता संग्रह)।१९९४-गंगेश गुंजन(उचितवक्ता,कथा)पुस्तक लेल सहित्य अकादेमी पुरस्कारसँ सम्मानित ।जहाँधरि गजलक गप्प छै तँ ई मैथिलीमे" गजलसन किछु " लिखलाआ ओहो मात्र दस-पनरहटा।हिनक पोथी " दुखक दुपहरियामे " एकरबानगी देखल जा सकैए।
मैथिलीक पहिल अरूजी गजेन्द्र ठाकुरक मतें.......मायानन्द मिश्र “गीतल” कहि आ गंगेश गुंजन “गजल सन किछु मैथिलीमे”कहि जे गलत परम्पराकेँ जारी रखबाक निर्णय लेने छथि तकराबाद मुन्ना जी आ आशीष अनचिन्हारजँ बिना छन्द/ बहरकगजल लिखै छथि तँ एकरा हम मायानन्द मिश्र, गंगेश गुंजन आ लालकिलावादी अ-गजलकार लोकनिक दुष्प्रभावे बुझै छी।
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