प्रस्तुत अछि मुन्ना जीक गजल-------------
विषवमनसँ विषपाइ बनू नै केखनो
अहाँ करू शुद्ध मोन समय अछि एखनो
सदा समय केर संग डेग बढ़ाउ अहाँ
प्रगति केर मोकाम लगीच अछि एखनो
अनीति संग नैतिकताक पाठ नै पढ़ाउ
नेतकेँ बदलबाक समय अछि एखनो
केखनो ने पैसू केकरो मोनकेँ भीतर
खाँहिसमे पैसबाक समय अछि एखनो
ताकू नै मलार केकरो सुखाएल मोनमे
रंग-रभस केर मोन बाँचल अछि एखनो
आखर-----16
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