सोमवार, 21 मई 2012

गजल

प्रस्तुत अछि मुन्ना जीक गजल-------------



सूचनाक तंत्र आब सूचित क' रहल अछि

जे लोक संवेदनहीन सन भ' रहल अछि


बनि पछिलगुआ धरैए माइक मंचपर

सौंसे चमचागिरीक नाच क' रहल अछि


आब एकरा कोन प्रभाव कहबै हम बाबू

पएर पकड़िनिहार गट्टा ध' रहल अछि


पता नै कोन बेत्थे मुन्ना घुमैए सगरो नग्र

एम्हर तँ हेंजक-हेंज मजा ल' रहल अछि



आखर-----17

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों