सोमवार, 28 मई 2012

रुबाइ

ढोलक धम-धमा-धम बजैत किएक छै

घुंघरू खन-खना-खन नचैत किएक छै

भीतरसँ छैक दुनू एक्केसन  खाली 

संजोग इ दुनू नहि बुझैत किएक छै 

                ✍🏻 जगदानन्द झा ‘मनु’


 

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों