बिसरलौँ जग पिबै छी बोतल शराबक
मनक मारल चुमै छी बोतल शराबक
हमर छै जीत मैखाना मे पियाबू
अपन नामे लिखै छी बोतल शराबक
हमर छै जान ई अंगुरक पानि नै छै
बनै शोणित किनै छी बोतल शराबक
शहर के कोन मैखान जत' पिलौँ नै
जहर दर्दक कहै छी बोतल शराबक
गिलाससँ आब पल भरि दोस्ती क' देखू
घर स्वर्गक रहै छी बोतल शराबक
जनम भेलै इयादक तहिये सँ झूमैँ
"अमित" संगे रखै छी बोतल शराबक
मफाईलुन-मफाईलुन-फाइलातुन
1222-1222-2122
बहरे-करीब
अमित मिश्र
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