गुरुवार, 24 मई 2012

गजल


गजल-४३

जकरे पाय छलौँतर-उपर

सैह पूत कमौआधेलकै घर


मरचर बनलेभरले घर

ठाठ उछेहलआँटिओ नै खर


ढनढन कोठीओबखारी ढक

उनटल बासनभनसाघर


रकटै नेनासटकल उदर

बेदम उकासीदबाइ बेगर


चंदन' कोनाकऽ जिनगीकटत

ॠण पैच कोनाचलत गुजर

-------वर्ण-१२-----------

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों