गुरुवार, 24 मई 2012

गजल


गजल-४७

राति सपन मेप्रियतम एलाह

कर-कौशल सँहमरा जगेलाह


काँच निन्नटूटल,मोन कछमछ

उड़ीबिड़ी लगाअपने नुकेलाह


देहक पानि बनिबहल पसेना

अधरतिये मोनप्यास लगेलाह


कसमस आञ्गि नखलागि फाटल

चेन्ह सगर देहनह गरेलाह


हमरा संग कतखेल खेलेलाह

"चंदन"तखन जा मोन जुड़ेलाह

----वर्ण-१३-------

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों