बाल गजल
पीठ पर छै बैग बौआ चलल इस्कुल
लाल पियर ड्रेस चमकै भरल इस्कुल
दाइ संगे चलल मोने रमल इस्कुल
वर्ग छै मैदान खेलक बनल इस्कुल
मीठ झगड़ो पर त' खूबे हँसल इस्कुल
आब छै कंपुटर सीखा रहल इस्कुल
नाम जहिया "अमित" अपनो लिखल इस्कुल
2122 तीन बेर
बहरे-रमल
अमित मिश्र
पीठ पर छै बैग बौआ चलल इस्कुल
लाल पियर ड्रेस चमकै भरल इस्कुल
मांथ टोपी घेँट मे छै लंच लटकल
दाइ संगे चलल मोने रमल इस्कुल
खेल सेहो नीक खेलै छोट बौआ
वर्ग छै मैदान खेलक बनल इस्कुल
चित्र पाड़ै मे लगै छै मोन ओकर
मीठ झगड़ो पर त' खूबे हँसल इस्कुल
नै पहाड़ा पढ़ब नै सीखब ककहरा
आब छै कंपुटर सीखा रहल इस्कुल
भेल छुट्टी संग हल्ला घर चलल ओ
नाम जहिया "अमित" अपनो लिखल इस्कुल
फाइलातुन
2122 तीन बेर
बहरे-रमल
अमित मिश्र
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