गुरुवार, 9 फ़रवरी 2012

गजल

चाँन देखलौ त' सितारा की देखब ,
अन्हारक रूप दोबारा की देखब ,
प्रेमक सागर मे बड़ मोन लागै ,
डुबS चाहै छी त' किनारा की देखब ,
एहि ठामक मिठाई सँ बेसी मिठ ,
रूपक छाली दोबारा की देखब ,
अपने आप राति रंगीन भ' जाए ,
फेर बोतलक ईशारा की देखब ,
मेघक डरे चान नै बहरायल ,
ओ नै औता त' नजारा की देखब ,
जखन यादिक सहारे जी सकै छी ,
तखन चानक सहारा की देखब . . . । ।
अमित मिश्र

1 टिप्पणी:

  1. मेघक डरे चान के नै बहरायब के इमेजरी एकदम अद्भुत निकैल के आयल अछि

    जवाब देंहटाएं

तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों