किछु बात एहन जे कना गेल हमरा
विसरल दरदिया जे जगा गेल हमरा
शाइद चिन्हारे पर जड़ा गेल हमरा
चर्चा हुनक सुनिते बजा गेल हमरा
बहलै इयादक झर पिया गेल हमरा
रोआँ जड़ल देहक घमा गेल हमरा
पर "अमित" नोरक धुन लिखा गेल हमरा
2212-2212-2122
अमित मिश्र
विसरल दरदिया जे जगा गेल हमरा
छल रौद मे उभरैत ओ चित्र केकर
शाइद चिन्हारे पर जड़ा गेल हमरा
छल मोन मे नै कहब ककरो दरद हम
चर्चा हुनक सुनिते बजा गेल हमरा
नै छी नशेरी छै नशा विरहके यौ
बहलै इयादक झर पिया गेल हमरा
देखल जखन फूटैत बड बमक गोला
रोआँ जड़ल देहक घमा गेल हमरा
चाहै छलौँ कोनो रचब गजल नेहक
पर "अमित" नोरक धुन लिखा गेल हमरा
मुस्तफइलुन-मुस्तफइलुन-फाइलातुन
2212-2212-2122
अमित मिश्र
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