शुक्रवार, 18 मई 2012

गजल

प्रस्तुत अछि अविनाश झा अंशु केर गजल। ई गजल फेसबुक पर अभिषेक सिंह दीपक देने छलाह।







प्रशंसा एतेक केलहु कि हमरा बुरिया देलहु
पढाई लिखाई पर सँ हमर ध्यान हटा देलहु

पढै लिखै मेँ एको रति नै लगैत अछि हमर मोन
गजल लिखै मे अहाँ हमरा एना ओझरा देलहु

सदिखन गजलक धुन सबार रहे मोन पर
पढल लिखल सबटा जे हमरा बिसरा देलहु

परिक्षा निकट देख हमरा उठल टिस एहन
जे मोने मोन अहाँ सभ केर गरिया देलहु

माफ करब अंशु के अहां सब मनक भरास ल'
अपन बुझि अहां केर मनक बात बता देलहु

अविनाश झा अंशु
आखर_19

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों