अनचिन्हार आखर
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शेर जे सभ दिन शेर रहतै
शनिवार, 19 मई 2012
रूबाइ
8
ई राति अनेरे कारी भ' जाइ छै
सोचैत त' मोने भारी भ' जाइ छै
एखन त' लोक की की नै सोचै छै
सोचै किए कोख मे नारी भ जाइ छै
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