प्रस्तुत अछि मुन्ना जीक गजल-------------
सभ उमेर वर्गकेँ प्रेम चाही
मरितो धरि कुशल-छेम चाही
लगेबै मोनमे करेजमे आगि
तैं तोहर जौबनक टेम चाही
डाहसँ पहुँचब कोस-दू कोस
आगू बढ़बा लेल तँ प्रेम चाही
लोकसोंझा-सोंझी नै करत बात
पीठक पाछू बड़का ब्लेम चाही
नहि कटतै संयमसँ जीवन
जीबा लेल नित नव गेम चाही
आखर-----12
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