हमरा इ सूचित करैत बड्ड नीक लागि रहल अछि जे " अनचिन्हार आखर"द्वारा स्थापित " गजल कमला-कोशी-बागमती-महानंदा" सम्मानक पहिल चरण बर्ख-2012 ( मास जुलाई लेल ) पूरा भए गेल अछि। मास जुलाई लेल राजीव रंजन मिश्र जीक एहि रचना के चयन कएल गेलैन्हि अछि। हुनका बधाइ।
हम घाट घाट के जानि रहल
हम राह बाट ठेकानि रहल
सबतरि लोक बेहाल छलय
बस सब के सब कानि रहल
लोक प्रकृति संग खेल करय
झरकत से नहि जानि रहल
डाढल अछि लोक समाज ऐना
दिन राति कोनाहूँ गानि रहल
ऐंठल जून्नी सन बात करय
ककरो कहल नै मानि रहल
संज्ञान लियह सब मिलि मीता
ज्ञानी सब याह हकानि रहल
12-वर्ण
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