घर घरमे चक्कू पिजाबैत देखलौं
नेनाकेँ तमाकुल चूनाबैत देखलौं
बेगरता निकालि कs आजुक घड़ीमे
नीक नीककेँ ठेंगा देखाबैत देखलौं
मोनक दोष मोनेमे नूका कs सबटा
कपटसँ करेज लगाबैत देखलौं
दियादक फसादमे अपने मोलमे
घरमे धिया पुता नुकाबैत देखलौं
पाईकेँ जमाना छै पाईकेँ हिसाबमे
पानिमे मनुखता डुबाबैत देखलौं
नहि रहिगेल मोल प्रेम आ स्नेहकेँ
प्रेमकेँ डबरामे बहाबैत देखलौं
"मनु" मन कोमल सहि नहि सकलौं
किए माएकेँ नोर खसाबैत देखलौं
(सरल वार्णिक बहर, वर्ण-१४)
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