घाट-घाट पर सुतल कतेको गोहि अछि
साउध लोककेँ मोन लेने मोहि अछि
धर्मक नाम पर खुजल कतेक दोकान
टाका लs छनमे सभटा पाप धोहि अछि
✍🏻 जगदानन्द झा ‘मनु’
घाट-घाट पर सुतल कतेको गोहि अछि
साउध लोककेँ मोन लेने मोहि अछि
धर्मक नाम पर खुजल कतेक दोकान
टाका लs छनमे सभटा पाप धोहि अछि
✍🏻 जगदानन्द झा ‘मनु’
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें