बुधवार, 15 अगस्त 2012

गजल

बाल गजल-40

तीन रंगक सजल फहरेबै आइ हम
गीत झंडा के लिखल गेबै आइ हम

गाम मे घुमबै कहै छथि मास्टर हमर
अमर नारा सबसँ लगबेबै आइ हम

हाथ मे झंडा परेडक चल संग मे
मंचपर भाषण अपन देबै आइ हम

भगत गाँधी कहब गाथा आजाद के
तीन रंगक भेद समझेबै आइ हम

तानि छातीके सलामी हम देब रौ
भेटतै टाँफी "अमित" खेबै आइ हम

फाइलातुन-फाइलातुन-मुस्तफइलुन
2122-2122-2212
बहरे-जदीद

अमित मिश्र

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों