गुरुवार, 23 अगस्त 2012

गजल

बाल गजल-41

पातर मोर पोथी मोटगर छै शब्द
करबै मेहनत तखने हमर छै शब्द

सुन्ना पैघ छै पाकल पियर छै आम
जामुन मीठ एप्पल सुअदगर छै शब्द

असँ हेतै अदौरी फूल फल छै लिखल
मिरचाई मसल्ला चहटगर छै शब्द

लागू गोर भोरे भोर नै कर शोर
कवितामे लिखल सब रमनगर छै शब्द

हम भाषा पढ़ै छी और जोड़ल जोड़
लागै हमर मन बड मीठगर छै शब्द

2221
मफऊलातु तीन बेर

अमित मिश्र

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों