बुधवार, 22 अगस्त 2012

रुबाइ

कोन बिधि मरि क हम रुपैया कमेलौं

सुख चैन निन्न रातिकेँ अपन हरेलौं

गाम घरक सबटा सऽर संबंध तियागि

बिन कसूरे बाहर    वनवास बितेलौं

                  ✍🏻 जगदानन्द झा ‘मनु’

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों