करेजक पहचान छै मोछ ,
हिम्मत कए चलान छै मोछ ,
सब मर्द कए शान छै मोछ ,
टिक मनुखक गुमान छै मोछ ,संस्कार पड़ल जनेऊ भेलै ,
जनेऊ सब के प्राण छै मोछ ,
सबहक तs सम्मान छै मोछ ,
नव संस्कृति सँ मिलान छै मोछ . . . । ।
हिम्मत कए चलान छै मोछ ,
मौगी जेकाँ जुनि बनू यौ भैया ,
सब मर्द कए शान छै मोछ ,
बिन टिक कए जुनि रहू यौ ,
टिक मनुखक गुमान छै मोछ ,संस्कार पड़ल जनेऊ भेलै ,
जनेऊ सब के प्राण छै मोछ ,
नै सोचु बेरोजगार रहब ,
सबहक तs सम्मान छै मोछ ,
मोछ राखब खराप बात नै ,
नव संस्कृति सँ मिलान छै मोछ . . . । ।
अमित मिश्र
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें