सोमवार, 5 मार्च 2012

आखिर १०८ बर्खक इतिहासक बाबजूदो मैथिली गजल पाठ्यक्रममे किएक नै आबि सकल भाग-1

मैथिली गजल किएक नै पाठ्यक्रममे अछि ताहि पर अनचिन्हार आखर द्वारा भेल परिचर्चा---


किछु अकाल प्रश्न---------
आखिर १०८ बर्खक इतिहासक बाबजूदो मैथिली गजल पाठ्यक्रममे किएक नै आबि सकल ?
एहि पाँछा कोन तर्क छै की मैथिलीमे गजलक कमी छलै या ओकर गुणवत्ता वा की रचना शामिल करए बलाक दृष्टिदोष ?
गजल कोना पाठ्यक्रममे आबि सकत ?
जँ किछु कविता वा किछु कथा आबि सकैए तँ किछु गजल किएक नै ?
की जँ सिलेबसमे गजल नै अछि ताहि लेल आंदोलन कए जाए ?
जनता जानर्दन सहित बुद्दिजीवी वर्गक प्रतिक्रिया अपेक्षित अछि।इ प्रश्न सभ जतबे भारतक मैथिली लेल अछि ततबे नेपालक लेल सेहो।

· · · Share · Delete

    • Jan Anand Mishra Maithilime gazal ayatit buijh parait chhal, ehi bichme kichh prayas bhel aichh ekar Maithilikaranak, jena aiye ahak ekta gazal, jaime "jare"k prayog chhal. Humra bujhne Mithilak maitse upjal gazalak sankhya & gunvattame briddhiksang ekar swikriti swabhavikrupe bh' jetaik. Takrabad pathyakramme seho ebame kono asuvidha nai rahataik. Ahak chintaklel dhanyavad !
      1 March at 19:20 · · 11

    • दिनेश रसिया
      गजल
      दिनेश रसिया

      गाछ गाछ पर नवका पल्लब आउर साजल अछि मजर
      नव बर बधुके उमंगमे होएत अछि जेना कोहवर
      ...See more

      1 March at 19:56 · · 4

    • Maithili Singer
      अपार हर्ष के संग सूचित कई रहल छि '',, जे अखिल भारतीय मैथिलि सेवा संस्थान,,'' लगातार ४५ वर्ष स मैथिलि / मिथिलाक विकाश के लेल कार्य रत अछि .!!
      ओही क्रम में पुनः आगाँ बढाबैत'' होली मिलन समारोह " ४ मार्च रेब दिन ३ बजे दिन सा ७ बजे साँझ धरी ...See more

      1 March at 20:05 · · 4

    • Prabhat Ray Bhatt Uyfm मैथिलि गजलक इतिहास पुरान होएतो एकर सम्वर्धन,विकाश और लोकप्रियता हासिल नहि भSसकल जेकर मुख्य कारन अछि मैथिलि भाषा पर हिंदी कय प्रभाव और नेपाल में नेपाली भाषा कय प्रभाव मुदा नेपाल में मैथिलि भाषा राष्ट्रिय भाषक मान्यता प्राप्त कSचुकल इ शुभ संकेत अछि तेहेतु भारत में सेहो मैथिलि भाषा कय राजकीय भाषा केर मान्यता सर्वप्रथम जरूरती अछि तदुपरांत मैथिलि गजल कय सेहो पाठ्यक्रम में समायोजन संभव अछि !
      Friday at 09:51 · · 5

    • Maithili Singer Bahut sunder Vichar chhani anchinahar jeek,,Ahi Vicharak swagat jarur hevak chahi..!!......__.MAITHILI GAZAL..APAN MANYATA HASIL JARUR KARAT.!!
      Friday at 10:21 · · 2

    • Ashish Anchinhar BHART ME SEHO MAITHILI RAJKIYA BHASHA CHAIK..
      Friday at 10:22 · · 1

    • Pradeep Chaudhary Prayas hewak chahee
      Friday at 10:42 · · 2

    • Kundan Kumar Karna Ashish Anchinhar जी अहाँके विचारसँ हम पूर्ण रूपेन सहमत छी ।
      Friday at 11:16 · · 2


      ठीक इएह चर्चा विदेहक फेसबुक वर्सन पर सेहो छल ओकरो दए रहल छी।


      किछु अकाल प्रश्न---------

      आखिर १०८ बर्खक इतिहासक बाबजूदो मैथिली गजल पाठ्यक्रममे किएक नै आबि सकल ?

      एहि पाँछा कोन तर्क छै की मैथिलीमे गजलक कमी छलै या ओकर गुणवत्ता वा की रचना शामिल करए बलाक दृष्टिदोष ?

      गजल कोना पाठ्यक्रममे आबि सकत ?

      जँ किछु कविता वा किछु कथा आबि सकैए तँ किछु गजल किएक नै ?

      की जँ सिलेबसमे गजल नै अछि ताहि लेल आंदोलन कए जाए ?

      जनता जानर्दन सहित बुद्दिजीवी वर्गक प्रतिक्रिया अपेक्षित अछि।
      इ प्रश्न सभ जतबे भारतक मैथिली लेल अछि ततबे नेपालक लेल सेहो।
      · · · 1 March at 19:04

        • Anil Mallik निसंदेह अकाल प्रश्न अछि, जकर जवाव/प्रतिक्रिया बुद्दिजीवी वर्ग मात्र दय सकैत छथि !

        • Gunjan Shree EKDAM HEBAK CHAHI AANDOLAN....

        • Prabhat Ray Bhatt Uyfm मैथिलि गजलक इतिहास पुरान होएतो एकर सम्वर्धन,विकाश और लोकप्रियता हासिल नहि भSसकल जेकर मुख्य कारन अछि मैथिलि भाषा पर हिंदी कय प्रभाव और नेपाल में नेपाली भाषा कय प्रभाव मुदा नेपाल में मैथिलि भाषा राष्ट्रिय भाषक मान्यता प्राप्त कSचुकल इ शुभ संकेत अछि तेहेतु भारत में सेहो मैथिलि भाषा कय राजकीय भाषा केर मान्यता सर्वप्रथम जरूरती अछि तदुपरांत मैथिलि गजल कय सेहो पाठ्यक्रम में समायोजन संभव अछि !
          Friday at 10:06 · · 2

        • Ashish Anchinhar BHART ME SEHO RAJKIYA BHASHA CHAIK..
          Friday at 10:07 · · 2

        • Om Prakash Jha Pathykram me hebaak chahi. Ehi lel abhiyaan chalbaak chahi.
          Friday at 10:08 via Mobile · · 3

        • Prabhat Ray Bhatt Uyfm E GUP HUMRA JANTAB NAHI CHHAL MUDA PATHYAKRAM ME SAMAYOJAN KARBAK AABSYAKTA ACHHI
          Friday at 10:10 · · 3

        • मिहिर झा हमरा जनैत मैथिली ग़ज़ल के कतहु सन्हिया के अपन स्थान बनेबाक आवश्यकता नहि छैक | सब मिलिके मैथिली ग़ज़ल के एहेन उच्चतम स्तर तक पहुँचाबी जे सब साहित्य विधा / मंच एकरा आमंत्रित करैक अपन हिस्सा बनेबाक लेल |
          Friday at 11:21 · · 5

        • Anil Mallik मिहिर जी'क बिचार सॉ सहमत छी !
          Friday at 11:25 · · 5

        • Navin Thakur चीनी खीर में देल जायत छै तरकारी में नै ...........!
          Friday at 12:32 · · 1

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों