भेलै इ सरकार आन्हर ,
कानै इ देशो भ' असगर ,
सगरो त' छै भेल गड़बड़ ,
नाचै असल , बनि क' बानर ,
कारी टका ,बनल सागर ,
के करत यौ खोज एकर ,
लाजे "अमित" रचल आखर . . . । ।
कानै इ देशो भ' असगर ,
कोना कहब आइ सोना ,
सगरो त' छै भेल गड़बड़ ,
सांसद बनल हाट माछक .
नाचै असल , बनि क' बानर ,
बनलै बजट , लूट मचलै ,
कारी टका ,बनल सागर ,
मरलै कते एत' कोना ,
के करत यौ खोज एकर ,
पोर्नो चलै राज त'र मे ,
लाजे "अमित" रचल आखर . . . । ।
{मुस्तफइलुन-फाइलातुन//I-I-U-I-I-U-I-I}
बहरे-मुजास
अमित मिश्र
Om Prakash Jha
जवाब देंहटाएंVaah. Sunnar. Matraa kram durust achhi. Neek laagal.
Vatsha Chandan
baar sundar
Amit Mishra
dhanyawad sir ji
डॉ॰ शशिधर कुमर
नीक समसामयिक गजल ।