बाल गजल
बौआ एहिठाम कानै छै
माँ जलखइ बनबै छै
बाबा आनलनि टिकुला
बाबी चटनी बनबै छै
कक्का लगाबै छथि सानी
काकीयो अंगना नीपै छै
बलहा बाली पानि भरै
जुगेसरो चेरा फारै छै
पापा छथि परदेश मे
ट्रिन-ट्रिन फोन बाजै छै
दीदी पढ़' गेल इस्कुल
सोनू भैया खेत जोतै छै
सब लागल छै काज मे
तेँ "अमित" बौआ कानै छै
वर्ण-9
अमित मिश्र
बौआ एहिठाम कानै छै
माँ जलखइ बनबै छै
बाबा आनलनि टिकुला
बाबी चटनी बनबै छै
कक्का लगाबै छथि सानी
काकीयो अंगना नीपै छै
बलहा बाली पानि भरै
जुगेसरो चेरा फारै छै
पापा छथि परदेश मे
ट्रिन-ट्रिन फोन बाजै छै
दीदी पढ़' गेल इस्कुल
सोनू भैया खेत जोतै छै
सब लागल छै काज मे
तेँ "अमित" बौआ कानै छै
वर्ण-9
अमित मिश्र
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