फूलक बाड़ी जकाँ लागैए गाम हमर
पूसक गाछी जकाँ लागैए गाम हमर
मोहक पोथी जकाँ लागैए गाम हमर
सोमक बाटी जकाँ लागैए गाम हमर
बाटक संगी जकाँ लागैए गाम हमर
प्रेमक बोली जकाँ लागैए गाम हमर
दीर्घ-ह्रस्व-ह्रस्व-दीर्घ-दीर्घ-ह्रस्व-दीर्घ-दीर्घ-दीर्घ-दीर्घ-दीर्घ-ह्रस्व-ह्रस्व-ह्रस्व-ह्रस्व
वार्णिक बहर
अमित मिश्र
पूसक गाछी जकाँ लागैए गाम हमर
गीतक बेजोड़ घारा छै माधुर्य भरल
मोहक पोथी जकाँ लागैए गाम हमर
साजल पौती ल' एलै मास प्रेम भरल
सोमक बाटी जकाँ लागैए गाम हमर
बाँटल नै खेत छै नै कोनो काज अलग
बाटक संगी जकाँ लागैए गाम हमर
सागर भेलै जहाँ (जगत) छै सोती गाम "अमित"
प्रेमक बोली जकाँ लागैए गाम हमर
वर्ण-15
दीर्घ-ह्रस्व-ह्रस्व-दीर्घ-दीर्घ-ह्रस्व-दीर्घ-दीर्घ-दीर्घ-दीर्घ-दीर्घ-ह्रस्व-ह्रस्व-ह्रस्व-ह्रस्व
वार्णिक बहर
अमित मिश्र
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