अपन जीत होइत देखिते रूप लागै यै
सए रास आशा देखिते प्रेम जागै यै
हजारो कड़ी संगे जुड़ैए जँ एलौँ यै
ड'रो मोन मे जे छल अहाँ संग भागै यै
अहाँ चान छी वा छै सुमन संग नै परतर
अमी मीठ सन बोली अहाँ के त' लागै यै
जँ हम देख लै छी प्रेम के मुँह सनक पोथी
सबालो बनै जल्दी दिमागो त' भागै यै
बरसतै जँ सदिखन नेह रस हमर घर मे यै
सराबोर हेतै "अमित" आशा इ जागै यै
बहर-तबील
122-1222
अमित मिश्र
सए रास आशा देखिते प्रेम जागै यै
हजारो कड़ी संगे जुड़ैए जँ एलौँ यै
ड'रो मोन मे जे छल अहाँ संग भागै यै
अहाँ चान छी वा छै सुमन संग नै परतर
अमी मीठ सन बोली अहाँ के त' लागै यै
जँ हम देख लै छी प्रेम के मुँह सनक पोथी
सबालो बनै जल्दी दिमागो त' भागै यै
बरसतै जँ सदिखन नेह रस हमर घर मे यै
सराबोर हेतै "अमित" आशा इ जागै यै
बहर-तबील
122-1222
अमित मिश्र
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