करेजक नस मांसके पाथर बना लिअ
गरीबक दुख दर्दके मोहर बना लिअ
पवनपुत्रक धामके कोबर{कोहबर} बना लिअ
मनोजक नद मोनके विषधर बना लिअ
जवानक सब बातके सोँगर बना लिअ
कटारक कर "अमित" के भोथर बना लिअ
1222-2122-2122
बहरे -सरीम
अमित मिश्र
गरीबक दुख दर्दके मोहर बना लिअ
मरै छै बेटी जँ कोखे दिन दहारे
पवनपुत्रक धामके कोबर{कोहबर} बना लिअ
सिनेहक बीया असंभव भेल रोपब
मनोजक नद मोनके विषधर बना लिअ
कलह करबै भूख नेता देखियौ ने
जवानक सब बातके सोँगर बना लिअ
अपन हेतै देश संगे प्रात हेतै
कटारक कर "अमित" के भोथर बना लिअ
मफाईलुन-फइलातुन-फइलातुन
1222-2122-2122
बहरे -सरीम
अमित मिश्र
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें