गुरुवार, 5 अप्रैल 2012

गजल

अहाँ आबि क चलि गेलौं किए इ बात हम बुझि नै
बिसरल मोंन पाडि दलों किए इ बात हम बुझि नै
हमरा अहाँ संग कोन सम्बन्ध अछि से हम जानि नै
जिनगी बाट जोहि बितेलौं किए इ बात हम बुझि नै
बहुतो भीड़ छल तैयो अहीं पर नजर गेलै किए
अहाँ देख मुंह फेर लेलौं किए इ बात हम बुझि नै
अहाँ हमरा लेल सोचितो छि की नै के बताएत आब
अहीं टा लेल सोचैत एलौं किए इ बात हम बुझि नै
अहाँ हमरा अपनाएब की नै से नै जानै छि प्रितम
"मुकुंद " अहाँ के अपनेलौं किए इ बात हम बुझि नै
वर्ण -२०
मुकुंद मयंक

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों