हमरा इ सूचित करैत बड्ड नीक लागि रहल अछि जे " अनचिन्हार आखर"द्वारा स्थापित " गजल कमला-कोशी-बागमती-महानंदा" सम्मानक ( बाल गजलक लेल ) पहिल चरण बर्ख-2012 ( मास अगस्त लेल ) पूरा भए गेल अछि। मास अगस्त लेल मुन्ना जीक एहि रचना के चयन कएल गेलैन्हि अछि। हुनका बधाइ।
बाल गजल
शुन्य भेल स्वप्न नुका क' राखू
अपन संस्कार जोगा क' राखू
अछि सूट-बूट शिक्षोमे लागू
मोनकेँ मैथिल बना क' राखू
कंप्यूटर गेम अछि सुन्नर
मगज टटका बना क' राखू
नेना लक्ष्यहीन नहि हुअए
तकर जोगार धरा क' राखू
केकरो बानि रहए केहनो
हृदेसँ अपन बना क' राखू
वर्ण----11
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें