शनिवार, 15 सितंबर 2012

गजल

बाल गजल-52

नै खाएब रमतोरइ लस लस करै छौ
नै चाही करैला ओ तीते रहै छौ

भांटामे तँ बड बीया तेँ नीक नै छौ
नै दे ओलकेँ सन्ना कब कब लगै छौ

झिमनी नै चिबेबौ घिउरा नै पचेबौ
कोबी आब नै खेबौ बाँतर करै छौ

ई सोहिजन गाछक फुनगीपर फड़ै छौ
बालूकेँ परोरो बड कच कच करै छौ

खेबौ मात्र तरकारी मीठगर जे छौ
भेटै बारहो महिना आलू पचै छौ

2221-2222-2122

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों