शनिवार, 29 सितंबर 2012

गजल

:::::::::::::::::गजल::::::::::::::::::

मूँह जावि देलक आब हरियरी देतै ,
इ तानाशाही हमरा स' नै सहल जेतै ,

बेसी तंग केलक आब करब विरोध,
हमर धक्का में पात्त जेना उड़िया जेतै ,

बदला लेव एहन जे राखत ओ मोन,
दोबारा निकट एवाक हिम्मत नै हेतै ,

बेर-बेर पश्चाताप करत नोर बहा-बहा ,
आब तहियो ओकरा पर दया नै हेतै ,

घुमत नव जोगाड़ मे इम्हर -उम्हर,
आब कोनो मूँह जावि लगाव नै देतै .....

वर्ण -१५
अविनाश झा अंशु ......

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों