बाल गजल-१४
इसकुल पर जे गेलियै लेट
बन्न छलय इसकुल के गेट
बिक्खसँ हम बस्ता पटकलियै
फटलय बस्ता फूटल सिलेट
बाबू देलन्हि कान - कनएठी
पड़ल गाल पर चारि चमेट
ने जलखय ने भेटल खेनाय
भरि दिन रहलौं भुखले पेट
"नवल" राइतमें माय नुकाकऽ
देलक खीरसँ भरल पिलेट
*आखर-१२ (२५.०८.२०१२)
पंकज चौधरी (नवलश्री)
इसकुल पर जे गेलियै लेट
बन्न छलय इसकुल के गेट
बिक्खसँ हम बस्ता पटकलियै
फटलय बस्ता फूटल सिलेट
बाबू देलन्हि कान - कनएठी
पड़ल गाल पर चारि चमेट
ने जलखय ने भेटल खेनाय
भरि दिन रहलौं भुखले पेट
"नवल" राइतमें माय नुकाकऽ
देलक खीरसँ भरल पिलेट
*आखर-१२ (२५.०८.२०१२)
पंकज चौधरी (नवलश्री)
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