भक्ति रुबाई-१
हे भगवती माँ अम्बिके ताकू कने
अपना शरण हमरो अहाँ राखू कने
आँजुर पसारि ठाढ़ छी आशा लेने
सूतल रहू नै आब माँ जागू कने
©पंकज चौधरी (नवलश्री)
*२२१/२१ (तिथि-१९.०९.२०१२)
हे भगवती माँ अम्बिके ताकू कने
अपना शरण हमरो अहाँ राखू कने
आँजुर पसारि ठाढ़ छी आशा लेने
सूतल रहू नै आब माँ जागू कने
©पंकज चौधरी (नवलश्री)
*२२१/२१ (तिथि-१९.०९.२०१२)
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