शनिवार, 15 सितंबर 2012

गजल

गुरूवर आ पाठकक अभारी छी ।आशीषक आशाक संग प्रस्तुत कऽ रहल छी पचासम बाल गजल

बाल गजल-50

हरियर भांगकेँ घोटलनि खट्टर कका
केलनि मेहनत तेँ तऽ छथि छरहर कका

भोजक नाम सुनि गप करै छथि अजगुते
दतमनि आनलनि छोट सन कोपर कका

गाछक तोड़ि लेलनि कते कटहर नरम
हमरा लेल बड तोड़लनि बरहर कका

पढ़बै छथि गणित भेद इतिहासक अपन
पाड़ै मोन मिथिलाक सब सोहर कका

झटपट चलब जखने खसब चुप्पे हँसथि
तखने "अमित" कोरा धरथि सुन्नर कका

मफऊलातु-मफऊलातु-मुस्तफइलुन
2221-2212-2212
बहरे-कबीर

अमित मिश्र

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों