हमरा इ सूचित करैत बड्ड नीक लागि रहल अछि जे " अनचिन्हार आखर"द्वारा स्थापित " गजल कमला-कोशी-बागमती-महानंदा" सम्मानक पहिल चरण बर्ख-2012 ( मास अगस्त लेल ) पूरा भए गेल अछि। मास अगस्त लेल जगदानन्द झा 'मनु'जीक एहि रचना के चयन कएल गेलैन्हि अछि। हुनका बधाइ।
रुबाइ
कोन बिधि मरि कs हम रुपैया कमेलहुँ
सुख चेन निन्न रातिकेँ अपन हरेलहुँ
जन्मक अपन सभ सम्बन्ध तियागि
बिन कसुरे बाहर वनवास बितेलहुँ
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