रविवार, 16 सितंबर 2012

रुबाइ

बाल रुबाई-१
पढ़बै - लिखबै हमहूँ नमहर बनबै
करबै नाम समाजक अफसर बनबै
सभके देबय हाथ अपन सहयोगक
काबिल नै अपने टा असगर बनबै
©पंकज चौधरी (नवलश्री)
*२२२/२० (तिथि-१५.०९.२०१२)

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों