रुबाई-१
रूसल धेने छी कोन के किएक यै
माहुर केने छी मोन के किएक यै
गहना नै कोनो प्रेमसँ बढ़िकऽ हेतै
रटनी धेने छी सोन के किएक यै
©पंकज चौधरी (नवलश्री)
*२२२/२१ (तिथि-१५.०९.२०१२)
रूसल धेने छी कोन के किएक यै
माहुर केने छी मोन के किएक यै
गहना नै कोनो प्रेमसँ बढ़िकऽ हेतै
रटनी धेने छी सोन के किएक यै
©पंकज चौधरी (नवलश्री)
*२२२/२१ (तिथि-१५.०९.२०१२)
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