शुक्रवार, 7 सितंबर 2012

गजल

बाल गजल-46

डम डम कऽ डमरू जखन बाजऽ लागल यौ
हल्ला कऽ नेना सड़कपर तऽ दौड़ल यौ

शाइत मलाईवर्फके लऽ एलै यै
तेँ बालि मकईके लऽ आइ भागल यौ

खेला बला भालूक संग एलै यै
वा कपड़िया कपड़ा लऽ फूल पाड़ल यौ

बाबा चलू बाबी चलू किनब घोड़ा
झाँसीक रानी पूतके लऽ बैसल यौ

गरमी बहुत छै कंठ सूखि गेलै यै
कोला पियब चल "अमित" भरल बोतल यौ

मुस्तफइलुन-मुस्तफइलुन-मफाईलुन
2212-2212-1222

अमित मिश्र






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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों