सोमवार, 11 जून 2012

गजलकार परिचय शृखंला भाग-28


शान्तिलक्ष्मी चौधरी


ई श्रीमती शेफालिका वर्मा जीक बाद मैथिलीक दोसर महिला गजलकार छथि आ सभसँ पहिने अनचिन्हार आखर द्वारा हिनका गजल लिखबाक लेल प्रेरित कएल गेल। ई गजलक मामिलामे अनचिन्हार आखरक खोज छथि।

कुमारी शांतिलक्ष्मी चौधरी

परिचय: श्रीमति कुमारी शांतिलक्ष्मी चौधरी (विवाहपुर्व- सुश्री कुमारी शांति), ग्राम गोविन्दपुर, जिला सुपौल निवासी आ राजेन्द्र मिश्र महाविद्यालय सहरसामे कार्यरत पुस्तकालायाध्यक्ष श्री श्यामानन्द झा केर जेष्ठ सुपुत्री छथिl पुज्यनिया माताक नाम श्रीमति गंभीरा झाl जन्म वर्ष 1984 मे भेलन्हिl पितामह मूल रूपसँ सुपौल जिलान्तर्गत कोसीदियरा प्रदेसक बनैनिया गामक निवासी छलाह मुदा कोसीक बाढ़ि मे घरद्वार आ खेत-खरिहान कटि गेलाक बाद ई लोकनि ओहीठाम सँ उपटि अपन कामत गोविन्दपुर (गोविन्दपुर-श्रीपुर) मे आबि स्थायी रूप सँ बसि गेलाहl ओना तँ गाम मे हिनक पितामहेगण लोकनि लग सँ एक्के चुल्हाक आदर्श संयुक्त परिवार एखनहु अछि तथापि पिता अपन सरकारी नौकरीक चलितवे बेसीकाल सपरिवार कायस्थ टोला, सहरसा रहलाह जतयसँ शांतिलक्ष्मी अपन विद्यालयी आ विश्वविद्यालयी शिक्षादीक्षा पूर्ण केलीह. हिनक शुभविवाह सहरसा जिलान्तर्गत महिषी/आरापट्टी गामक निवासी श्री राजनारायण चौधरी आओर श्रीमति निभादेवतादेवीक जेष्ठ सुपुत्र श्री अक्षय कुमार चौधरीसँ 4 मई 2009 केँ भेलन्हिl श्री चौधरी दिल्ली स्कूल ऑफ इकॉनोमिक्ससँ जुड़ल अन्वेषक आओर समाजिक मानवशास्त्री छथिl श्रीमति शांतिलक्ष्मीक सासुरपक्षक संयुक्त परिवार आओर दिआदबाद लोकनिक दोहटवाड़ी घर-आँगन सहरसा जिलाक महिषी आओर आरापट्टी दुहु गाममे पसरल अछि आओर ई लोकनि समवेत रूपसँ एहि दुहु गामकेँ अपन मातृभुमि मानैत रहल छथिl सन्‌ 2009 मे एम.एल.टी. कॉलेज सहरसा (बीएनएमयू) सँ प्राणीविज्ञानमे स्नाकोत्तरक उपाधि ग्रहण कयलाक बाद, श्रीमति चौधरी सन्‌ 2010 मे महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतकसँ बी. एड. केर उपाधि ग्रहण केलीहl सम्प्रति बीएनएमयूसँ प्राणीविज्ञानमे ’डॉकट्रेट इन फिलॉसफी’ (Ph. D.) केर शोधकार्यसँ जुड़ल छथिl प्राकृतिक विज्ञानसँ स्नातकोत्तर आ शिक्षाशास्त्री स्नातक रहितहुँ एकटा समाजिक मानवशास्त्रीसँ परिणय-सुत्रमे बन्हलाक उपरान्त हिनके सानिध्यसँ आम जीवन केर सामाजिक बिषय-वोस्तु आ विशेष कs महिलाजन्य सामाजिक समस्या आओर प्रघटनाकेँ बुझवा-समझवा व ओहिपर विमर्श करवामे शांतिलक्ष्मीक अभिरूचि बेशी बढ़लन्हिl सामाजिक प्रघटनाक अंतर्वस्तुपर हिनक लिखल बहुतोरास मैथिली कविता, मैथिली गजल, आओर सामाजिक विषयक आलेख मैथिली ई-पत्रिका "'विदेह' प्रथम मैथिली पाक्षिक ई-पत्रिका"क वर्ष 2010-12 केर अनेको अंक आओर मैथिली ब्लॉग "अनचिन्हार आखर" पर प्रकाशित भेल अछिl शांतिलक्ष्मी "विदेह" आओर "अनचिन्हार आखर" परिवार केँ अपन "साहित्यिक बाल्यकालक मातृत्व आँचर" मानैत छथि जकर छाँव मे हिनकर साहित्यिक संस्कार पलिपोइसकेँ पैघ भेल अछिl हिनक लेखन काज एखनहु अनवरत अछिl कलकत्तासँ छपय वाली मैथिली पत्रिका "मिथिला दर्शन"क मई-जून 2012 केर अंक (पृष्ठ 39) मे प्रकाशित हिनक दुई गोट मैथिली गजल सेहो नारी जीवनक अंतर्वस्तुपर लिखल गेल अछिl जूलाई 2012 मे राजेन्द्र मिश्र कॉलेज सहरसामे "Maoist Naxal Menace: Its Solution" विषयपर आयोजित आओर यु.जी.सी. संपोषित राष्ट्रिय सेमिनारमे शांतिलक्ष्मी द्वारा प्रस्तुत व्याख्यान केर शीर्षक छल "Maoist Naxalism: A National Threat and Holistic Solution". अक्टूबर 17-18, 2012 केँ महिषी गाममे बिहार सरकार पर्यटन मंत्रालय द्वारा आयोजित "उग्रतारा सांस्कृतिक महोत्सव" केर स्मारिका (पृष्ठ 96-98) मे प्रकाशित हिनक एकटा हिन्दी आलेखक शीर्षक अछि "माहिष्मति में मैथिल नारी के प्रतिमान" l अंतिका प्रकाशन गाजियावादसँ प्रकाशित होयवाली मैथिली पत्रिका "अंतिका" केर जून-दिसम्बर 2012 केर अंक मे प्रकाशित हिनक तीन गोट मैथिली कविता दिल्ली गेंगरेप प्रकरण आओर अन्य सामाजिक व्याधिकी विषयक अंतर्वस्तु सँ सम्बन्धित अछि.

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों