हमरा इ सूचित करैत बड्ड नीक लागि रहल अछि जे " अनचिन्हार आखर"द्वारा स्थापित " गजल कमला-कोशी-बागमती-महानंदा" सम्मानक पहिल चरण बर्ख-2012 ( मास अप्रैल लेल ) पूरा भए गेल अछि। मास अप्रैलक लेल चंदन झा जीक एहि रचना के चयन कएल गेलैन्हि अछि। हुनका बधाइ।
शब्द संग खेलाएब हमरा नीक लगैत अछि
शब्दहि ओझराएब हमरा नीक लगैत अछि
मोनक चिनबार पर छी रान्हैत जे मीठ-तीत्त
भावहि से झोराएब हमरा नीक लगैत अछि
सुखक-गीत दुखक-टीस जिनगीक कथा-ब्यथा
जगभरि सुनाएब हमरा नीक लगैत अछि
सुरूजक किरीण चढ़ी स्वर्ग केर विहार करी
धरती में लोटाएब हमरा नीक लगैत अछि
विहग-गीत गाबय छी आ' विरहनि सुनाबै छी
"चंदन" ई बौराएब हमरा नीक लगैत अछि
शब्दहि ओझराएब हमरा नीक लगैत अछि
मोनक चिनबार पर छी रान्हैत जे मीठ-तीत्त
भावहि से झोराएब हमरा नीक लगैत अछि
सुखक-गीत दुखक-टीस जिनगीक कथा-ब्यथा
जगभरि सुनाएब हमरा नीक लगैत अछि
सुरूजक किरीण चढ़ी स्वर्ग केर विहार करी
धरती में लोटाएब हमरा नीक लगैत अछि
विहग-गीत गाबय छी आ' विरहनि सुनाबै छी
"चंदन" ई बौराएब हमरा नीक लगैत अछि
वर्ण-18
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