शनिवार, 14 जुलाई 2012

गजल

गजल छी गीत छी
छी अहाँ प्रीत छी

रंग सभ भरल तन
मीठ छी तीत छि

आड़ि नै बनल छै
सब दिशक जीत छी

शान छी जान छी
छी अहाँ मीत छि

फाइलुन
212 - 212
बहरे मुतदारिक

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों