शनिवार, 28 जुलाई 2012

गजल

प्रस्तुत अछि प्रशांत मैथिल जीक ई बाल गजल



शब्दक मूर्त्ती गढ'क चाही
खूब मोन स पढ'क चाही

हमही अयाचीक शंकर
इतिहास के रच'क चाही

थैआ डेगा डेगी लऽरे लऽरे
खसि उठिक बढ'क चाही

नञि बाँचल फुनगी डारि
आ चान पर चढ'क चाही

कनिञा पुतरा साम चको
नाम भारती मढ'क चाही

वर्ण-१०

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों