चल रे बटोही निनियाँक नव गाम चल
सुतल हमर बौआ चल परी धाम चल
खिस्सा कहेँ गोनू झाक तू चान रे
पवना सिहकि सूखाबैत तूँ घाम चल
मिथिलाक पाहुन सीताक तू भाग क'ह
टूटल घनुष कोनो ब'र बनल राम चल
माटिक त' छै एते मोल एलनि शिवम
ई जनम के चूकाबैत तू दाम चल
लोड़ी जपै छी निनियाँक बजबैत छी
श्वप्न परी बनि बैसल "अमित" बाम चल
मुस्तफइलुन-मफऊलातु-मुस्तफइलुन
2212-2221-2212
सुतल हमर बौआ चल परी धाम चल
खिस्सा कहेँ गोनू झाक तू चान रे
पवना सिहकि सूखाबैत तूँ घाम चल
मिथिलाक पाहुन सीताक तू भाग क'ह
टूटल घनुष कोनो ब'र बनल राम चल
माटिक त' छै एते मोल एलनि शिवम
ई जनम के चूकाबैत तू दाम चल
लोड़ी जपै छी निनियाँक बजबैत छी
श्वप्न परी बनि बैसल "अमित" बाम चल
मुस्तफइलुन-मफऊलातु-मुस्तफइलुन
2212-2221-2212
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