बाल-गजल-१२(विदेह ई पाक्षिक)
माय गै हमरो कीनि देऽ नेऽ चान एकटा
देऽ नेऽ गुड़क पूरी फोका मखान एकटा
चमकै इजोरिया लागै छै कोजगरे छै
बाबा हमरो दीअ ने खिल्ली पान एकटा
चकलेट-बिस्कुटो भऽ गेलै कत्ते महग
पप्पा हमहूँ करबइ दोकान एकटा
छोटको चच्चा केतऽ आब भऽ गेलै ब्याह गै
मैंया हमरो कनिया कऽ दे जुआन एकटा
चान पर घर हेतै तारा पर दलान
"चंदन"हमहूँ भरबै उड़ान एकटा
--------------वर्ण-१५------------------
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