बाल-गजल-१०
एकदिन हमरो हेतइ मकान
एकदिन हमरो हेतइ बथान
एकदिन हमहुँ कीनब समान
हमरो घर बनतै पू-पकवान
एकदिन हमहुँ बुलबइ चान
अंतरिक्ष मे हेतै हमरो दलान
सभकेयो अपने केयो नहि आन
हमहुँ बनबै गाँधी सन महान
विद्या-वैभव के लेल अनुसंधान
करय जे "चंदन" बनय महान
-----------वर्ण-१३---------
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