प्रस्तुत अछि मुन्ना जीक रुबाइ
हिला देलक गगनकेँ मारि तीर
बचा लेलक जे अर्धनग्न चीर
द्रौपदीकेँ बढ़ा वस्त्र केलक रक्षा
संसार भरि बेटल छल वएह वीर
प्रस्तुत अछि मुन्ना जीक रुबाइ
हिला देलक गगनकेँ मारि तीर
बचा लेलक जे अर्धनग्न चीर
द्रौपदीकेँ बढ़ा वस्त्र केलक रक्षा
संसार भरि बेटल छल वएह वीर
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